हरियर एक्सप्रेस, रायपुर। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर किसान विरोधी होने का आरोप लगाते हुए कहा है कि बे-मौसम बारिश, ओलावृष्टि और तूफान से किसानों की खेती और मकानों हुए नुकसान की क्षतिपूर्ति और फसल बीमा के नाम पर भारतीय जनता पार्टी की सरकार प्रभावितों के साथ भद्दा मजाक किया है। नुकसानी हजारों और लाखों में हुई है, लेकिन क्षतिपूर्ति के नाम पर किसी को कुछ नहीं मिला, जिन्हें मुआवजा देने का आश्वासन दिया जा रहा है वह रकम भी अपमानजनक है, पीड़ितों के जख्मों पर नमक छिड़कने के समान है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि अंबिकापुर जिले के भैयाथान इलाके के दर्जनभर गावों में ओलावृष्टि और तूफान से किसानों की खेती पूरी तरह चौपट हो गई थी, घर-बार उजड़ गए थे, ऐसे ही एक प्रभावित किसान जिसके दो एकड़ में गेहूं की फसल चौपट होने के साथ ही घर टूट गया था, अब तक एक नया पैसा नहीं मिला, उससे कहा जा रहा है कि मकान और फसल के नुकसानी के एवज में उसे मुआवजे के तौर पर मात्र 1370 रुपया दिया जायेगा। इसी तरह केवल भैयाथान इलाके के 455 किसानों की फसलें बर्बाद हुई, केवल इसी क्षेत्र में ही 172 घरों को नुकसान हुआ था, कोषालय में आपदा राहत मुआवजे के लिए लाखों रुपए जमा हैं, लेकिन राहत के नाम पर अब तक किसी को कुछ नहीं मिला। पूरे प्रदेश में ऐसे लाखों मामले हैं। विगत रबी फसल सीजन 2023-24 में हुए नुकसान की क्षतिपूर्ति भी किसानों को अब तक नहीं मिला है, जिस पर संवेदनहीन साय सरकार मौन है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि फसल बीमा योजना भाजपाईयों के भ्रष्टाचार और किसान विरोधी दुर्भावना के चलते अपने असल उद्देश्यों से भटक चुकी है। निजी बीमा कंपनियों के साथ सांठगांठ करके षड्यंत्र पूर्वक किसानों को लूटा जा रहा है। कृषि ऋण के फाइनेंसिंग के समय संभावित नुकसान होने पर भारी भरकम मुआवजे का सपना दिखाकर किसानों से प्रीमियम की मोटी रकम वसूली जा रही है, लेकिन जब बाढ़ या अकाल की स्थिति में किसान क्षतिपूर्ति का दावा करता है, तो किसी को दो रूपए, किसी को पांच रूपए और कई तो ऐसे उदाहरण हैं जहां किसानों के खातों में फसल बीमा क्षतिपूर्ति के नाम पर एक रूपए से भी कम की रकम भेजी गई है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि भाजपा की सरकार के संरक्षण में नकली खाद, नकली बीज, नकली कीटनाशक दवाएं बिक रही है, उससे होने वाले किसानों के नुकसान की क्षतिपूर्ति का कोई प्रावधान नहीं है। हाल ही में बेमेतरा जिले के अंतर्गत नवागढ़ तहसील में सरकारी समिति के गोदाम में एक्सपायरी हो चुके नैनो यूरिया खपाने का मामला उजागर हुआ। बस्तर के नारायणपुर में नकली खाद का ट्रक पकड़ा गया जो राजस्थान से छत्तीसगढ़ पहुंचा था। भारतीय जनता पार्टी की सरकार आने के बाद से छत्तीसगढ़ में किसानों के साथ धोखाधड़ी बढ़ी है। मुआवजा और वास्तविक नुकसान के आधार पर क्षतिपूर्ति प्राप्त करना किसानों का अधिकार है, भारतीय जनता पार्टी की सरकार को दुर्भावना और पूर्वाग्रह छोड़कर किसानों को उनका हक तत्काल देना होगा।