प्रदेश भर के स्कूल सफाई कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर, सफाई व्यवस्था रहेगी ढप, गंदगी के बीच होगा प्रवेश उत्सव…

सरगुजा संभाग के कर्मचारी 1 जुलाई को जशपुर स्थित मुख्यमंत्री के बगिया निवास का करेंगे घेराव।
विभिन्न जिलों से पदयात्रा करके, रायपुर में बड़ा प्रदर्शन करने की तैयारी में।
हरियर एक्सप्रेस, रायपुर। छत्तीसगढ़ के सरकारी स्कूलों में पिछले 15 वर्षों से 43301 स्कूल सफाई कर्मचारी कार्यरत है स्कूलों में केवल 2 घंटे साफ सफाई करना निर्धारित है। परंतु अधिकांश स्कूलों में भृत्य, चपरासी नहीं होने के कारण उनके सभी काम कर्मचारियों को करना पड़ता है। काम के एवज में केवल प्रतिमाह 3000 से 3400 मानदेय भुगतान किया जाता है, जो कि इस महंगाई भरे दौर में इतने कम रुपए में अपने परिवार का पालन पोषण नहीं कर पाते हैं। संघ इन मांगों को लेकर पिछले 15 वर्षों से मांग करते आ रहे हैं। 2023 के विधानसभा चुनाव के पूर्व भारतीय जनता पार्टी के द्वारा घोषणा पत्र में 50% वेतन वृद्धि और संघ की मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया गया था, जो कि आज पर्यंत तक मांगे पूरी नहीं होने के कारण संघ के कर्मचारियों में सरकार के प्रति आक्रोश व्याप्त है।
2 जून को ब्लॉक मुख्यालय, 6 जून को जिला मुख्यालय और 10 जून को प्रदेश मुख्यालय में धरना प्रदर्शन करके संघ के मांगों को पूरा किए जाने को लेकर ज्ञापन सौपा गया है, परंतु शासन प्रशासन के द्वारा संज्ञान में नहीं लिए जाने के कारण 15 जून से प्रदेश भर के स्कूल सफाई कर्मचारी काम बंद कर अनिश्चितकालीन हड़ताल में चले गए हैं।
सरगुजा संभाग के कर्मचारियों ने निर्णय लिया है कि 30 जून तक संघ की मांगों पर निराकरण नहीं होने पर 1 जुलाई को जशपुर स्थित मुख्यमंत्री के बगिया निवास का घेराव किया जाएगा।
साथ ही बिलासपुर संभाग के कर्मचारी बिलासपुर मुख्यालय से पदयात्रा करते हुए रायपुर पहुंच कर बड़ा प्रदर्शन करेंगे।
संघ की मांग यह है कि पूर्ण कालीन कलेक्टर दर पर वेतन भुगतान किया जाए और युक्ति युक्तकरण के तहत स्कूल सफाई कर्मचारियों का समायोजन किया जाए।