ED के छापे के बाद भूपेश बघेल की मीडिया से बातचीत…

हरियर एक्सप्रेस, रायपुर। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि ईडी अधिकारियों को मेरे निवास से कुछ नहीं मिला है। मेरे घर की तलाशी में मंतूराम और पुनीत गुप्ता के बातचीत की पेनड्राइव मिली है। रमन सिंह के पुत्र अभिषाक सिंह के कंपनी के बांड पेपर मिला है, सीएम मैडम वाली फाईल पड़ा हुआ था, जिनका नाम सुनते ही उन्होंने छोड़ दिया यह पेपर नहीं ले गये। कांग्रेस नेताओं को बदनाम करने की कोशिशें हो रही है। यह छापेमारी मुझे बदनाम करने का सुनियोजित षड़यंत्र था।
ईडी की यह छापेमारी प्रतिशोध के तहत की गई है। हम लोग यहा संयुक्त परिवार में रहते है। साथ ही हमारा व्यवसाय किसानी है। हम 140 एकड़ में खेती करते है। हमारे पास जो पैसा घर में है वह खेती और डेयरी व्यवसाय की आय का पैसा मिला है। हम लोग के पास से सिर्फ 33 लाख मिला है। ईडी द्वारा नोट गिनने की मशीन मंगाई गई ताकि मीडिया में प्रचारित हो की नोट गिनने की मशीन आयी बहुत पैसा मिला होगा। हमारे घर में जो सोना, गहने थे उसका पूरा हिसाब था उसे नहीं ले गये। जो कैश था उसका पूरा हिसाब है। मैंने विधानसभा में सवाल पूछा छापा मार दिया गया। इससे स्पष्ट होता है कि विधानसभा में सवाल पूछना गलत हो गया है। कवासी लखमा ने सवाल पूछा तो उनको जेल में डाल दिये। शराब घोटाले की जांच 3 साल से चल रही है अभी फाइनल रिपोर्ट तक समिट नही कर पाये है। विधानसभा में प्रश्न पूछा तो मेरे यहां छापेमारी हो गयी। सीडी कांड में मुझे बरी कर दिया गया तो भाजपा इससे बौखला गयी। जब बरी हुआ तो एक ही चीज मैंने कहा सत्यमेव जयते। लेकिन आज जिस प्रकार की कार्यवाही हुयी है इससे पता चलता भाजपा किसी भी सीमा तक जा सकती है। भाजपा के पास कुछ करने को नही है। देश में विपक्ष को परेशान और प्रताड़ित करने के लिये ऐसी हरकते करती है। पूर्व मुख्यमंत्री के यहां ईडी छापा मारने आयी है और कुछ घंटो में छापा समाप्त हो जाये तो समझ जाना चाहिये कि कुछ नही मिला। ईडी सिर्फ बदनाम करने के लिये आये थे प्रदेश और देश की जनता जान चुकी है। जिस प्रकार से मुझे एआईसीसी महासचिव एवं पंजाब का प्रभार दिया गया है इससे भाजपा घबरा गयी है। विधानसभा में सवाल भी पूछा इसलिये भाजपा बौखला गयी है और कार्यवाही के लिये भेज दिया। केवल बदनाम और षडयंत्र करना भाजपा का चरित्र है। ईडी सिर्फ परेशान करने के लिये आयी थी।