हरियर एक्सप्रेस, रायपुर। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने तहसीलदारों के तबादला में लेनदेन का आरोप लगाने वाले तहसीलदार को निलंबित करने पर तंज कसते हुए कहा कि भ्रष्टाचार मंत्री करें और निलंबन तहसीलदार का किया जाना बेहद ही दुर्भाग्य जनक है। भाजपा सरकार में कमीशनखोर, भ्रष्टाचारियों को संरक्षण मिलता है। जिस प्रकार से मोटी रकम लेकर तहसीलदारों के ट्रांसफर नियम को ताक में रख कर किया गया। ट्रांसफर पोस्टिंग में मंत्री के अवैध उगाही के पोल खुलने के बाद भ्रष्ट मंत्री को बचाने के लिए बेगुनाह और हक की आवाज उठाने वाले तहसीलदार को निलंबित किया गया है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा पर पैसों का लेन-देन कर तहसीलदारों के मनमाफिक ट्रांसफर करने का आरोप लगा है। टंक राम वर्मा में नैतिकता होती तो आरोप लगने के बाद पद से इस्तीफा देते और जब तक आरोप मुक्त हो जाते तब वह मंत्री के पद ग्रहण करते। लेकिन यहां तो उल्टी गंगा बहाई जा रही है, आरोप लगाने वाले पर कार्यवाही की जा रही है और जिन पर आरोप लगा है उसे बचाया जा रहा है। साय सरकार में ईमानदार नाम की कोई चीज नहीं है। ईमानदारी और भाजपा दो विपरीत पक्ष है, भाजपा यानी सिर्फ भ्रष्टाचार है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि निलंबित तहसीलदार को तत्काल बहाल किया जाए। तहसीलदार के आरोप की जांच होनी चाहिए। मंत्री टंक राम वर्मा को पद से हटाया जाए और ट्रांसफर सूची जो नियम विरुद्ध जारी की गई है इसका परीक्षण किया जाए और नियम अनुसार ट्रांसफर किया जाए।