हरियर एक्सप्रेस, रायपुर। पत्रकारों से चर्चा करते हुये पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ की यात्री सुविधा बदहाल है। 1000 से अधिक ट्रेने रद्द हो गयी है और वह माल लदान का काम है वह रिकार्ड बना रहा है छत्तीसगढ़ में। यात्रियो के साथ लगातार कोरोना काल से लेकर अब तक केन्द्र सरकार छत्तीसगढ़ के यात्रियों के साथ दोयम दर्जे की व्यवहार कर रही है जो घोर निंदनीय है। इस मामले में छत्तीसगढ़ सरकार को ध्यान देना चाहिये। केन्द्र सरकार में 10-10 सांसद जीत कर आये है उनको इस मामले में पहल करनी चाहिये और यहां के यात्रियों को जो सुविधा मिल रही थी वह जारी रहे।
रेडी टू ईट का पेमेंट नहीं हुआ और शालाएं शुरू हो गयी है और बच्चों को रेडी टू ईट मिल नहीं रहा है और यह कहा जा रहा है कि बीज निगम से पेमेंट नहीं हुआ। पिछले सत्र में उसको निरस्त करने की घोषणा विधानसभा की थी और सेल्फ हेल्थ ग्रुप को देने की बात कही थी लेकिन घोषणा बस कर दिये लेकिन कार्यवाही करना भूल गये। यदि सेल्फ हेल्थ ग्रुप को दिया जाता तो अभी तक के उत्पादन शुरू कर देते लेकिन किये नहीं। बुहत जोर शोर से विधानसभा में घोषणा किये थे लेकिन कार्यवाही कुछ नहीं। इस प्रकार से बच्चों के साथ जो नेशनल प्रोगाम है और बच्चों से न्यूटित जो मिलता था उसको भी वंचित कर दिये।
महादेव ऐप मामले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि महादेव ऐप में एफआईआर कहां हुआ है केवल छत्तीसगढ़ में हुई हैं। सभी आरोपी को पकड़-पकड़कर कोई हैदराबाद से मुंबई, गोवा, उड़ीसा, उत्तरप्रदेश और दिल्ली से ला रहे है और देश भर के अनेक राज्यो से पुलिस पकड़-पकड़कर ला रहे है तो इसका मतलब ये है कि भाजपा शासित राज्यों में महादेव सट्टा ऐप चल रहा है। देश में किसी और राज्यों में कार्यवाही नहीं हो रही है तो यदि दूसरे राज्यों में कार्यवाही नहीं हो रहा तो महादेव ऐप सट्टा कौन चलवा रहा है। क्यों दूसरे राज्य में भारतीय जनता पार्टी शासित राज्यों में नहीं हो रहा है? क्योंकि एफआईआर हुआ कार्यवाही हुई इस कारण से ये बंद भी नहीं कर पा रहे है। दूसरी बात यह है कि ये डबल इंजन की सरकार है जो विदेश भाग गया है उसको लाने के जिम्मेदारी भारत सरकार की होती है। इसलिये कांग्रेस सरकार में लूक आटउ सर्कुलर की मांग की थी अभी तक आरोपी आये नहीं और पकड़े भी नहीं गये है। तीसरी बात यह है कि पूरे देश भर में बैन लगाया जायेगा। कांग्रेस की सरकार में गूगल में बंद करवा दिया गया था और दूसरे ऐप में बंद क्यों नहीं करवाया जा रहा है डबल इंजन की सरकार है क्यों बंद नही कर रहे है? ये केवल बदनाम करके क्योंकि मीडिया इनके हाथ में है इनके पास मंच है तो ये आरोप लगा रहे है। महादेव सट्टा ऐप को भाजपा बंद क्यों नहीं करवा रहे है? महादेव ऐप ही बंद हो जाये तो छोटे-छोटे पकड़ क्यों रहे है सिर्फ भाजपा दिखावे के लिये छोटे-छोटे आरोपी को पकड़ रहे है। एफआईआर हो गया है उनको खत्म नहीं कर भी नहीं कर सकते। सामने वाले को बदनाम करना है। यदि मुझे पैसा वसूली करना होता तो एफआईआर क्यों करता? सैकड़ो लोग गिरफ्तार हुये और लुक आटउ सर्कुलर जारी किया, अधिकारियों की मीटिंग लिया और पूरे देश में एफआईआर पहली बार हुआ। डबल इंजन की सरकार है तो बंद क्यों नहीं हो रहा है। राज्य सरकार की एक सिमित अधिकार होता है। लेकिन भाजपा डबल इंजन की सरकार है तो महादेव सट्टा ऐप पूरा बंद होना चाहिये लेकिन चल क्यों रहा है?
मुख्यमंत्री एवं मंत्रियों के एक ही दिन जनदर्शन पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि इसका मतलब यह है कि मुख्यमंत्री कद कम करने वाली बात है। उनके मंत्री के द्वारा किया जा रहा है। मुख्यमंत्री जनदर्शन कर रहे है उसके बाद दो मंत्री भी जनदर्शन कर रहे है। यहां पर गुटबाजी देखने को मिल रहा है। सहारा का पूरे देश भर में अभी तक उसके पैसे वापस नहीं हुये। एक बार चुनाव के पहले अमित शाह जी ने 8000 या 9000 सबके खाते में आने की बात कही थी। पहुंच गया क्या? दूसरी बात यह है कि चिटफंड कंपनी के पैसा वापस कांग्रेस की सरकार ने शुरू करवाया था। प्रधानमंत्री से भी और मुख्यमंत्री से भी चाहे सहारा का हो या दूसरे अन्य चिटफंड कंपनी का हो, पैसा आम निवेशकों को मिलना चाहिये इन्वेस्टर है। देशभर में छत्तीसगढ़ अकेला राज्य है का पैसा वापस कराना चाहिये। संपत्ति नीलामी कर इंवेस्टरों के खाते में पैसा डालने का काम हम लोगों ने किया उसको निरंतर जारी रखा जाना चाहिये। सरकार बदल जाये तो क्या हुआ प्रक्रिया शुरू हो गयी है चलते रहना चाहिये। देश को रास्ता बता दिया चिटफंड कंपनियों से पैसा वसूला भी जा सकता है और इन्वेस्टर को वापस भी किया जा सकता है।
मुस्लिम समाज के द्वारा गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करने की मांग पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि शंकराचार्य जी ने इस मामले को लगातार उठाये है, यात्राएं भी की। मुस्लिम समाज की तरफ से इसलिये आया है कि मॉब लिंचिंग के नाम से लगातार पूरे देश में न केवल छत्तीसगढ़ में इस प्रकार से पूरे देश भर में चाहे बजरंग दल हो, चाहे हिन्दू परिषद के लोग हो गुंडागर्दी कर रहे है, मारपीट कर रहे है, हत्यायें कर रहे है। दुर्ग में गाय के मुंडी काट के रख दिये थे, वहां प्रदर्शन किया गया अभी तक के किसने किया? इसके बारे में कोई जानकारी नहीं। इसी प्रकार से कवर्धा, रायपुर में लगातार इस प्रकार से घटनाएं हो रही है। पांच वर्ष कुछ नहीं हुआ था अभी 6 महीने में इन घटनाओं में जबरदस्त वृद्धि हुई है। केवल छत्तीसगढ़ में नहीं बल्कि अन्य प्रदेशों में होने की बाढ़ आयी है। ठीक उसी प्रकार से नफरत और हिंसा के माध्यम से ध्रुवीकरण की राजनीति अंजाम देने की कोशिश हो रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि गुटबाजी के कारण मंत्रिमंडल के पद नहीं भरे जा रहे। मंत्रिमंडल के दो पद खाली है। विधानसभा उपाध्यक्ष पद खाली है उसे भर नहीं जा रहा है। इसका मतलब यह है भारतीय जनता पार्टी में जबरदस्त गुटबाजी भरी हुई है। सरकार कौन चला रहा है अदृश्य शक्ति दिखाई नहीं देता, किसकी चल रही है ये पता नहीं। अधिकारी किसके निर्देश पर काम कर रही है उनको पता नहीं। इसलिये कोई काम होता दिखाई नहीं दे रहा है। सारे जगह काम ठप है। राजनीतिक तौर किसी को मंत्री बनाना है इस प्रकार से एक-दूसरे का टांग खींच रहे है। विष्णुदेव जी लगातार दिल्ली दौड़ लगा है। हल्ला हो गया इसमें 4 और ड्राप हो गया, इसमें सारे मंत्री अपने-अपने स्तर पर लगे हुये है। कुछ काम तो किये नहीं सीआर बनाने से क्या होगा? सीआर बनाने का सवाल ही नहीं उठता। अपने आकाओं के दौड़ लगा रहे है, मैं बच जाऊं। सारे सिनियर लीडर खाली बैठे है चाहे अमर अग्रवाल हो, चाहे धरमजीत हो, धरमलाल कौशिक हो, अजय चंद्राकर, राजेश मूणत, लता उसेंडी, विक्रम उसेंडी, रेणुका सिंह सारे लीडर बचे है। ये है इसको संभाला कैसे जाय? ये लोग नये शिगुफा छोड़ रहे है कि ये ध्यान हट के उधर जाये, उधर ध्यान हटे तो इधर भेजते है। बृजमोहन जी को अलग ही कर दिये। चाहते नहीं थे लोकसभा लड़ना, लड़ गये और जीत गये तो मंत्री पद से इस्तीफा देना नहीं चाहते, इस्तीफा तो मांग लिये। अब डॉ. रमन सिंह जी को खोकर कोशिश कर रहे है। अब यह स्थिति चल रहा है। राजस्थान में मंत्री से इस्तीफा ले लिया है लेकिन स्वीकार नहीं हुआ है। अभी उत्तर प्रदेश भी संभाले नहीं जा रहा है। अभी तो घमासान सब जगह मचने वाली है।
शराब घोटाले पर उन्होंने कहा कि सवाल इस बात का है कि ईडी ने 22 करोड़ का आरोप लगाया है। होलोग्राम लगता कहा है गुजरात फैक्ट्री है वहां लगाता है। फर्स्ट बेनिफिशरी मालिक कौन है फैक्ट्री मालिक उस पर कार्यवाही क्यों नहीं हो रही है? जबकि ईडी ने जिसको पकड़ा उसके खिलाफ कार्यवाही होती है। अब ईओडब्ल्यू में आपकी बाध्यता है कि जहां से पकड़ा गया है जिसके खिलाफ कार्यवाही कर रहे है। लेकिन जहां ये घटना घटी उसके खिलाफ पहले कार्यवाही होना चाहिये। उसकी संपत्ति कब जब्त होगी? उसकी वसूली कब होगी? उनके खिलाफ कार्यवाही कब होगी? ये बात आयी सामने।
खाद बीज के संकट पर उन्होंने कहा कि किसान जो मांग कर रहे वह उनको मिलना चाहिये किसान खुद कह रहे बीज, खाद की कमी है बीज में कई जगह शिकायत आ रही है, खाद नही मिल रहा, खाद है ही नही। अभी पानी कई जगह गिरा है कही नही गिरा है और उसमें बिजली कटौती हो रही है। अभी किसानों की बहुत बुरा स्थिति है। बिजली का दाम बढ़ जाना, बीज, खाद नही मिलना। यह स्थिति बनी रही तो किसानों को खेती करना मुश्किल हो जायेगा।